पंजाब पुलिस द्वारा गिरफ्तार तजिंदर बग्गा को हरियाणा में दिल्ली पुलिस को सौंपा गया। तजिंदर बग्गा को वापस ला रही है दिल्ली पुलिस।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा दिल्ली पुलिस के साथ दिल्ली लौट रहे हैं। बीजेपी विधायक कपिल मिश्रा ने अपने ट्वीट में बताया, ‘तजिंदर बग्गा अब दिल्ली पुलिस के साथ दिल्ली लौट रहे हैं. सत्य की हमेशा जीत होती है।”
Tajinder Bagga is now returning to Delhi with Delhi Police
सत्यमेव जयते
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) May 6, 2022
एएनआई द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में बग्गा को कुरुक्षेत्र के थानेसर सदर पुलिस स्टेशन में दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के साथ दिखाया गया है। दिल्ली पुलिस की टीम दिल्ली वापस जा रही है।
#WATCH | Team of Delhi Police leaves with BJP leader Tajinder Pal Singh Bagga from Thanesar Sadar Police station in Haryana's Kurukshetra
Bagga was arrested by Punjab Police today from Delhi. pic.twitter.com/rAn21Z24p5
— ANI (@ANI) May 6, 2022
भाजपा नेता तजिंदर पाल बग्गा को ले जा रही पंजाब पुलिस की कार को हरियाणा पुलिस ने कुरुक्षेत्र के पास रोका। कथित तौर पर, पंजाब पुलिस को कुरुक्षेत्र पुलिस स्टेशन में ‘हिरासत में’ रखा गया है और दिल्ली पुलिस बग्गा को वापस दिल्ली ला रही है।
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दिल्ली पुलिस ने पंजाब पुलिस की टीम पर बग्गा के अपहरण का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज की है।
हरियाणा पुलिस ने पंजाब पुलिस की उस टीम को पीपली में रोक दिया है जो @TajinderBagga को गिरफ़्तार करके ले जारी थी pic.twitter.com/3f0rWUta1t
— Rubika Liyaquat (@RubikaLiyaquat) May 6, 2022
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ उनकी टिप्पणी के लिए उन्हें 6 मई 2022 को सुबह पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया था। रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि कई कारों में 50 पुलिसकर्मी तजिंदर बग्गा को उनके आवास से गिरफ्तार करने आए थे।
आपको बता दें की तजिंदर बग्गा के पिता ने कहा था कि पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने उनके साथ मारपीट की थी और बग्गा को जबरदस्ती ले गए थे।
इससे पहले, पंजाब पुलिस ने दिल्ली विधानसभा के बजट सत्र के दौरान दिल्ली के सीएम द्वारा ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म का मजाक उड़ाने के बाद अरविंद केजरीवाल की आलोचना के लिए बग्गा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी, इसे झूठी फिल्म कहा था। फिल्म 1980 के दशक के अंत और 1990 के दशक की शुरुआत में कश्मीर में हुए नरसंहार के दौरान कश्मीरी हिंदुओं की पीड़ा को दर्शाती है।
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