भागवत निषाद ने गोरखपुर सिविल कोर्ट के बाहर अपनी नाबालिग बेटी के बलात्कारी दिलशाद हुसैन की हत्या कर बाद पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपी रेपिस्ट की पहचान दिलशाद हुसैन रेप के मामले में कोर्ट गया था। शुक्रवार दोपहर करीब 1:15 बजे हुसैन ने अपने वकील शंकर शरण शुक्ला को कोर्ट के गेट पर मिलने के लिए कहा था।
आज कलेक्ट्रेट परिसर के पास वादी भागवत निषाद द्वारा प्रतिवादी दिलसाद हुसैन को गोली मार दी गयी। आरोपी को मय असलहा पकड़ लिया गया है। मृतक स्वयं आरोपी के नाबालिग बेटी से दुष्कर्म का आरोपी था। मौक़े पर सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद है
— Gorakhpur Police (@gorakhpurpolice) January 21, 2022
इससे पहले कि हुसैन अपने वकील से मिल पाता, भागवत निषाद ने अपनी लाइसेंसी पिस्तौल निकाली और हुसैन के सिर पर गोली मार दी। रेप के आरोपी की मौके पर ही मौत हो गई। पूर्व बीएसएफ जवान को तुरंत दो सुरक्षा गार्ड और कार पार्किंग के प्रबंधक ने पकड़ लिया।
मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी विपिन टाडा ने बताया, ‘सिविल कोर्ट गेट पर एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई और हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और रिपोर्ट आने के बाद मामला दर्ज किया जाएगा।
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मामले की पृष्ठभूमि
बिहार के मुजफ्फरपुर निवासी हुसैन गोरखपुर के बढ़लगंज इलाके में पीड़िता के घर के बाहर पंक्चर की दुकान चलाता था।
हुसैन ने पिछले साल फरवरी में पूर्व बीएसएफ जवान की नाबालिग बेटी का अपहरण किया था। उसके खिलाफ 17 फरवरी, 2020 को भारतीय दंड संहिता (IPC) और बाल यौन अपराधों की रोकथाम (POCSO) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत अपहरण और बलात्कार का मामला दर्ज किया गया था।
12 मार्च को अपहरण के लगभग एक महीने बाद, पुलिस ने आरोपी को तेलंगाना के हैदराबाद से गिरफ्तार किया। हुसैन कुछ समय के लिए जेल गए लेकिन कुछ महीने पहले जमानत पर रिहा हुआ था। रेप का आरोपी मामले के सिलसिले में कोर्ट गया था लेकिन पीड़िता के पिता ने उसे गोली मार दी।
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