राजस्थान के अलवर में एक मूक-बधिर नाबालिग बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर उसे खून से लथपथ हालत में सड़क पर पुलिया के पास फेंका।
घटना मंगलवार रात की है और बच्ची की हालत नाजुक बनी हुई है। करीब एक घंटे तक बच्ची दर्द से कराहती रही, जब लोगों ने उसे देखा तो पुलिस को सूचना दी।
गैंगरेप के बाद नुकीली चीजों से प्राइवेट पार्ट्स को बुरी तरह किया जख्मी, तीन घंटे के ऑपरेशन के बाद भी है हालत नाजुक।
शिवाजी पार्क थाना क्षेत्र में तिजारा फाटक पुलिया पर रात करीब 8 बजे एक नाबालिग लड़की को लहूलुहान हालत में सड़क किनारे फेंक गए थे. pic.twitter.com/O3S4b4W4H2
— Live Adalat (@AdalatLive) January 13, 2022
इसके बाद पुलिस लड़की को स्थानीय अस्पताल ले गई जहां उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया। उसकी हालत गंभीर होने पर देर रात उसे जयपुर के अस्पताल में रेफर कर दिया गया।
पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने आईएएनएस को बताया, “बच्ची इस समय जयपुर के जेके लोन में है। हमारी प्राथमिक चिंता उसका स्वास्थ्य है और इसलिए उसे वहां स्थानांतरित कर दिया गया और हमारी डिप्टी एसपी अंजलि उसके साथ है। हमने छह SHO सहित एक एसआईटी टीम बनाई है जो आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए तकनीकी और वैज्ञानिक सबूत तलाश रहे हैं।”
नाबालिग को पुलिया के पास फेंक दिया गया था, गौतम ने बताया और कहा, “हमें पता चला कि नाबालिग मंगलवार को शाम करीब 4 बजे पास के गांव मालाखेड़ा से लापता थी। हमने उसके माता-पिता को सूचित किया और उन्होंने अपने बच्चे की पहचान की।”
पुलिस आरोपितों की तलाश कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है।
जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर अरविंद शुक्ला ने बताया कि सात डॉक्टरों की टीम बच्ची का इलाज कर रही है। इसमें स्त्री रोग विशेषज्ञ और प्लास्टिक सर्जन भी शामिल हैं।
अधिकारियों ने पुष्टि की कि लड़की के शरीर में एक तेज धार वाली वस्तु डालने से उसके कई अंग क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
पांच डॉक्टरों की एक टीम ने ढाई घंटे तक सर्जरी की। डॉक्टरों ने प्लास्टिक सर्जरी की है और उसे जेके लोन अस्पताल के आईसीयू में स्थानांतरित कर दिया गया है, डॉ शुक्ला ने कहा।
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गैंगरेप के आरोपियों की अभी पहचान नहीं हो पाई है। आरोपियों की तलाश के लिए बुधवार को विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया।
कई अधिकारी और मंत्री उनके स्वास्थ्य संबंधी अपडेट लेने के लिए अस्पताल का दौरा कर रहे हैं।
बधिरों के राजस्थान संघ के सदस्यों ने जयपुर में स्टैच्यू सर्कल पर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने अलवर में एक नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म पर दुख जताया। उन्होंने सांकेतिक भाषा में संवाद करते हुए न्याय की मांग की और सरकार से पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की।
सभी लोग इस घिनौने अपराध के लिए राजस्थान सरकार की आलोचना कर रहे हैं और जल्द से जल्द आरोपियों को पकड़ने के लिए कह रहे हैं।
Don’t have words to express. We as a society have to take this responsibility and rise up. Have made my first directorial debut feature film on one such heinous act. We need to do more. Do fast. #Alwar #rape pic.twitter.com/DiGGPWXwit
— Manish Mundra (@ManMundra) January 13, 2022
Not a word uttered by Priyanka Vadra on brutal Alwar Rape – Rajasthan’s Nirbhaya case- unspeakable brutality on a deaf & mute minor girl, sharp objects inserted into private parts, girl left bleeding – Priyanka was busy vacationing
Had it been UP, she would have outraged! pic.twitter.com/Y321p1hTG6
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) January 13, 2022
राजस्थान सरकार की नाक के नीचे अलवर में मूक बधिर नाबालिग के साथ हैवानियत भरी गैंगरेप को अंजाम देने की घटना की जितनी निंदा की जाये कम है। राज्य में 3 वर्ष से पूर्णकालिक गृहमंत्री नहीं है। राजस्थान में लचर कानून व्यवस्था के लिए राज्य के मुखिया @ashokgehlot51 जी जिम्मेदार है। #Alwar pic.twitter.com/HfcRmjisdU
— Rajendra Rathore (@Rajendra4BJP) January 12, 2022
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