विस्फोटकों को बाद में निष्क्रिय कर दिया गया, जबकि संपत्ति डीलर शकील और मकान मालिक कासिम से पुलिस पूछताछ कर रही है।
दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को दिल्ली के पुरानी सीमापुरी में एक बैग के अंदर से 3 किलो इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) बरामद किया। बाद में विस्फोटक सामग्री को निष्क्रिय कर दिया गया, जबकि घर के मालिक और एक संपत्ति डीलर से पुलिस पूछताछ कर रही थी।
Later visuals from Delhi's Old Seemapuri area where IED was recovered pic.twitter.com/FDfuRucn25
— ANI (@ANI) February 17, 2022
एनएसजी टीम के अनुसार, उस आईएस में अमोनियम नाइट्रेट, आरडीएक्स, 9 वोल्ट की बैटरी, छर्रे के रूप में काम करने के लिए लोहे के टुकड़े और उससे जुड़ी एक टाइमर डिवाइस थी।
Big! NSG explosive team confirms recovery of an IED from a house in northeast Delhi. This is the second recovery of IED in national capital after Ghazipur.
— Raj Shekhar Jha (@tweetsbyrsj) February 17, 2022
अपार्टमेंट का मालिक कासिम नाम का एक ठेकेदार है। उसने शकील नाम के एक प्रापर्टी डीलर के माध्यम से इमारत की दूसरी मंजिल पर अपार्टमेंट किराए पर लिया था। इसे एक व्यक्ति ने ले लिया, लेकिन 10 दिन पहले तीन और आदमी वहां चले गए। पुलिस के वहां पहुंचने से पहले ही सभी भाग गए।
दिल्ली आईईडी केस- हाशिम के घर में चारो आतंकियों को घर किराये पर दिलवाया था शकील ने… इनका सत्यापन भी नहीं करवाया था।
दिल्ली के मुस्लिम बहुल इलाकों में न जाने कितने ऐसे किरायेदार रह रहे होंगे जिनका सत्यापन नहीं होता होगा।
हम कब तक आंखे मूंदे रहेंगे??— Ravi Bhadoria (@ravibhadoria) February 18, 2022
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पिछले महीने गणतंत्र दिवस से पहले गाजीपुर फूल बाजार से बरामद विस्फोटक के समान होने के कारण पुलिस का मानना है कि ये दोनों मामले एक ही व्यक्ति से जुड़े हो सकते हैं।
यह मामला 29 जनवरी को हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में कार पार्किंग में हुए भीषण बम विस्फोट से संबंधित होने का भी संदेह है। फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी की टीम ने गाजीपुर मामले में मिले कार बम गणित से आईईडी बरामद किया था। सीमापुरी में गुरुवार को मिले IED को घटनाओं की इस श्रृंखला से जोड़ा जा सकता है।
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