ANM निहा खान को उनकी सभी सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है और उनके खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला भी दर्ज किया गया था, अलीगढ़ जिले के एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कूड़ेदान में फेंकी थी 29 वैक्सीन से भरी सीरिंज।
अलीगढ़ के सिविल लाइंस थाने में निहा खान के खिलाफ आईपीसी की धारा 203, 176, 465, 427, 120 बी 3/4 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। अलीगढ़ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ), डॉ भानु प्रताप कल्याणी की शिकायत के आधार पर निहा खान पर मामला दर्ज किया गया है, जिसमें कहा गया है कि जमालपुर पीएचसी में 29 COVID वैक्सीन भरी हुई सीरिंज को कचरे में फेंक दिया गया था और लाभार्थियों को ‘टीकाकरण’ के रूप में चिह्नित किया गया था। विश्वासघाती कृत्य को कवर करने के आरोपी केंद्र के प्रभारी डॉ आफरीन का भी प्राथमिकी में नाम लिया गया है।
On a complaint from CMO stating that 29 COVID vaccine loaded syringes were thrown away in garbage & the beneficiaries were marked as 'vaccinated' at Jamalpur PHC, an FIR has been registered against ANM Niha Khan & Dr Afreen Zehra: Aligarh CO (Civil Lines) Vishal Chaudhary (30.05) pic.twitter.com/xUOyzjOSbs
— ANI UP (@ANINewsUP) May 30, 2021
जैसे ही इस घटना की जानकारी आला अधिकारियों को लगी तो इस मामले की जांच डॉ एम.के.माथुर और डॉ दुर्गेश कुमार को दी गई। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में दोनों अधिकारियों ने जांच रिपोर्ट सौंप दी है। जांच में ANM नेहा खान और मेडिकल ऑफिसर डॉ आरफीन को दोषी पाया गया है। प्रशासन ने कार्रवाई की तैयारी कर ली है। इससे पहले शनिवार देर रात प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. आरफीन जेहरा व संविदा एएनएम नेहा खान के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।
Nurse Niha Khan in Aligarh used to insert needle inside body and took it out without releasing vaccine😰pic.twitter.com/E9oZrwvMmf
— Atul Ahuja (@atulahuja_) May 30, 2021
प्रारंभिक जांच में मिले प्रमाण है कि नेहा खान द्वारा आपराधिक मानसिकता, नफरत की भावना व वैक्सीनेशन अभियान को नुकसान पहुंचाने के लिए ये घिनौना कृत्य किया। वहीं उसने वैक्सीन तो बर्बाद किया, साथ ही जिन लोगों का वैक्सीनेशन हो रहा था, उनको यदि भविष्य में कोरोना से नुकसान होता तो भारतीय वैक्सीन पर सवाल भी उठते। इस घटना के बाद सभी जगहों पर ऐसी आपराधिक मानसिकता वालों से एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए है।
Niha Khan, nurse at a PHC in Aligarh used to push needle without injecting vaccine in the body. Her act came to light when someone saw loaded syringes in a bin. An FIR has been registered against her. Inquiry has also been instituted against Dr Afreen who covered up nurse's act. pic.twitter.com/NbGUSLksTk
— Vikas Saraswat (@VikasSaraswat) May 29, 2021